
नई दिल्ली। शहर के सब्जी बाजार में रखी हरी सब्जियां आपको भले ही ताजा और सेहत से भरपूर दिखाई दे रही हों, लेकिन हकीकत इसके विपरीत है। आपकी रसोई में सब्जी नहीं जहर पक रहा हैं। ऐसा जहर जो आपको धीमी गति से मौत के कुंए में धकेल रहा हैँ। जांच में पता चला हैं कि यमुना नदी के किनारे ऊगाई जाने वाली सब्जियों मे जहर हैं, एक ऐसा जहर जिससे आपको कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी हो सकती हैं। यमुना के अंदर गन्दे नाले, फैक्ट्रीयों की गन्दगी, खतरनाक कैमीकल बह रहे हैं। बारिश के बाद जब यमुना मे बाढ़ आती हैं तो यही यमुना नदी के दोनों किनारे पर जम जाते हैँ और फिर इसी गन्दगी में खेती कर सब्जियां उगाई जाती हैं। यहां से अधिकांश सब्जियां दिल्ली-एनसीआर भेजी जाती है। इस कारण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लोगों को जहर खाने को मिल रहा है।

आपको शायद ये बात सुनने में अजीब लग रही होगी लेकिन यह एक कड़वा सच है। दरअसल बाजार में मिलने वाली फल सब्जियों में भारी मात्रा में कीटनाशक दवा मिली होती कई लोग खेत में सब्जी फल उगाते समय इन्हें कीड़े-मकौड़ों से बचाने के लिए उस पर कीटनाशक दवाओं का इस्तेमाल करते हैं। ये कीटनाशक दवाएं इंसान की सेहत के लिए काफी नुकसानदायक होताहैं। फल सब्जियों के रूप में इनके सेवन से आपको खांसी, बुखार से लेकर कैंसर तक हो सकता हैं। ऐसे में अब आप कहेंगे कि सेहत बनाने के लिए फल सब्जी नहीं खाएं तो आखिर क्या किया जाए? कुछ लोग सोचेंगे कि हम फल सब्जियों के बाहरी छिलके ही निकाल के फेंक देंगे। लेकिन आपको बता दे कि इन छिल्को में सबसे अधिक फाइबर और विटामिन्स पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए अच्छे होते हैं। इसलिए इन्हें निकालना समझदारी नहीं होगी।
ये रसायन मिले हैं नदियों के पानी में
डॉ.नीलम मिश्रा ने बताया कि नदियों के पानी में आर्सेनिक, लेड, मरकरी, सल्फेट, क्रोमियम, निकिल, केडमियम आदि खतरनाक केमिकल मिले रहते हैं। इसके सेवन से खांसी, बुखार, इनफेक्शन, डायरिया व कैंसर जैसी कई खतरनाक बीमारियों हो सकती हैं। गर्भवती महिला व बच्चे इससे सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैँ। इससे बचने के लिए उन्होने कुछ उपाय बताये जो निम्न हैं
– सब्जियो को 2 से 3 बार गुनगुने पानी से धोकर ही बनाये। सब्जियो को धोने से उसमें उपस्थित पैस्टीसाइड्स और इंसैक्टिसइड्स हट जाते हैँ।
– फल और सब्जियों को अच्छी तरह साफ करके ही खाएं।
–बंदगोभी के ऊपरी हिस्से के पत्ते जरूर उतार दें।
–मौसमी सब्जियों को ही खरीदें।
–चमकदार सब्जियों के इस्तेमाल से बचें।
–और्गेनिक तरीके से उगाई गई सब्जियां ही इस्तेमाल करें।
उपरोक्त सावधानियों और परीक्षण से हमें रासायनिक सब्जियों की पहचान तो हो जाएगी लेकिन समस्या यह है कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में इतना समय किस के पास है जो सब्जियों की जांच के लिए इतनी कसरत करे।